



श्री बंशीधर नगर: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री एवं इंटक (इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस) के पूर्व अध्यक्ष चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे के निधन से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई है। उनके निधन की खबर मिलते ही राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र से जुड़े लोगों ने गहरा दुःख प्रकट किया।
विधायक अनंत प्रताप देव ने शोक व्यक्त करते हुए कहा, “ददई दुबे जी का जाना राजनीति और समाज दोनों के लिए अपूरणीय क्षति है। वे सच्चे जनसेवक थे, जिन्होंने हमेशा गरीबों, मजदूरों और वंचितों की आवाज को बुलंदी से उठाया। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें और परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।”
पूर्व मंत्री सह भाजपा नेता रामचंद्र केसरी ने भी अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, “ददई दुबे जी एक सादगीपूर्ण और संघर्षशील नेता थे, जिन्होंने विचारधारा की सीमाओं से ऊपर उठकर समाज की सेवा की। उनके जीवन से हर राजनीतिक कार्यकर्ता को प्रेरणा लेनी चाहिए। उनका जाना एक युग का अंत है।”
डाकबंगला परिसर में आयोजित हुई शोक सभा
ददई दुबे को श्रद्धांजलि देने के लिए झामुमो और कांग्रेस पार्टी की ओर से डाकबंगला परिसर में एक शोक सभा का आयोजन किया गया। सभा में झामुमो नेता मुक्तेश्वर पांडेय ने कहा, “ददई दुबे राजनीति के कोहिनूर थे। उनका समर्पण और सेवा भाव सदैव स्मरणीय रहेगा।”
शोक सभा के दौरान दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर झामुमो प्रखंड अध्यक्ष अमरनाथ पांडेय, निर्मल पासवान, कांग्रेस नेता ईश्वरी चौधरी, अमर राम, कामता प्रसाद, सोहन उरांव, मुकेश सिन्हा, श्याम सुंदर राम, राणा सिंह, प्रमोद कुमार, संजय पांडेय सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिक नेता उपस्थित थे।
ददई दुबे के निधन से न केवल कांग्रेस पार्टी, बल्कि पूरे इलाके ने एक सच्चे जननेता को खो दिया है, जिनकी कमी लंबे समय तक महसूस की जाएगी।