



केतार/गढ़वा:– मजदूरों का पलायन रोकने तथा रोजगार सृजन को लेकर सरकार मनरेगा योजना के तहत गांव के मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है। लेकिन केतार प्रखंड के आदिवासी बहुल परती- कुशवानी पंचायत में मनरेगा योजना के कार्य में मजदूरों के बजाय जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर से कार्य कराने का मामला प्रकाश में आया है।जानकारी के अनुसार छाताकुड़ गांव के उच्च विद्यालय प्रांगण में खेल मैदान योजना स्वीकृत हुआ है। इस योजना में मनरेगा कर्मियों के मिली भगत से मनरेगा मजदूरों के बजाय खेल मैदान निर्माण कार्य में जेसीबी मशीन का उपयोग धड़ल्ले से दिनदहाडे किया गया है। जिसके कारण स्थानीय ग्रामीण मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है और मजदूर विवश होकर पलायन करने को मजबूर हो रहे है। योजना स्थल पर कार्य में लगे ट्रैक्टर और जेसीबी मशीन का निशान साफ़ साफ़ दिख रहा है। इसकी जानकारी मिलने पर प्रभारी बीपीओ मनोज कुमार के द्वारा उक्त योजना में चल रहे कार्य को तत्काल बंद करा दिया गया है। वहीं विभागीय कर्मीयों को जांच का आदेश दिया गया है। वही बीपीओ मनोज कुमार ने बताया कि मनरेगा योजना में जेसीबी चलना सख्त मना है। मामले की जांच कर लाभुक और मेठ पर नियम संगत करवाई किया जाएगा।