अभिभावकों,आंगनबाड़ी सेविका व प्रधानाध्यापकों का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का किया गया आयोजन

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श्री बंशीधर नगर/गढ़वा:–-प्लस टू उच्च विद्यालय के सभागार में सोमवार को समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों,आंगनबाड़ी सेविका व प्रधानाध्यापकों का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया.कार्यशाला का शुभारंभ बीपीओ तहमीना प्रवीण,प्रशिक्षक अखिलेश प्रसाद व अविनाश कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया.प्रशिक्षक अखिलेश प्रसाद ने कहा कि विद्यालय में दिव्यांग बच्चे एवं सामान्य बच्चों में बिना किसी भेद भाव के सभी को समान अवसर देते हुये उनका विकास करना ही समावेशी शिक्षा है कार्यशाला में उन्होंने दिव्यांगता के सभी प्रकार पर विस्तार से चर्चा किया।उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चों की पहचान का सबसे अच्छा माध्यम शिक्षक ही हैं ,जहां बच्चों के दैनिक कार्य कलाप से उनकी दिव्यांगता की पहचान आसानी से किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि अन्य दिव्यांगता की तरह एसिड हमला भी दिव्यांगता की श्रेणी में आता है दिव्यांगता तो अभिशाप है ही लेकिन जीवन में दिव्यांगता आ जाती है तो वैसे बच्चों को जीवन जीने मे कोई कठिनाई न हो इसके लिए समावेशी शिक्षा के तहत सरकार की बहुत योजनाएं है. जिससे उनके जीवन में उन्नयन किया जा सकता है उन्होंने सभी प्रधानाध्यपक एवं विद्यालय के एक शिक्षक को प्रशस्त ऐप डाउनलोड करने का निर्देश दिया।उन्होंने कहा कि ऐप के माध्यम से दिव्यांग बच्चों की सूची तैयार किया जाना है प्रशिक्षण में प्रधानाध्यापक अनिल कुमार विश्वकर्मा, सुधीर कुमार चौबे, राजनाथ राम,सुजीत यादव, अविनाश कुमार, संजय कुमार, तस्लीमा खातुन,ममता रानी, रमेश प्रसाद, श्याम बिहारी जायसवाल ,अलीम अंसारी,अनूप कुमार विश्वकर्मा, मदन राम,मुनेश्वर मेहता,नकछेदी मेहता,नीलम पांडेय,संध्या कुमारी सहित सभी प्रधानाध्यापक उपस्थित थे।

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