



श्री बंशीधर नगर/गढ़वा:–प्रखंड के मंगरदह ग्राम में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन स्वामी श्यामनारायनाचार्य महाराज ने कहा कि रामचरित मानस व श्रीमदभागवत दोनों के द्वारा प्रभु प्राप्ति का साधन बताया गया है. जीव का कल्याण भगवान की शरणागति होने पर ही होता है. जीव जब तक भगवान के शरण में नही जाता तब तक उसे किसी प्रकार की शांति नही मिलती. भगवान की कथा जहां भी होती है वहां सिर्फ मनुष्य ही नही अपितु पशु पक्षियों जीव जंतु भी कथा का श्रवण कर अपने जीवन को सार्थक करते हैं.उन्होंने कहा कि जिस नीलगिरी पर्वत पर कागभुशुण्डि नाम का पक्षी राम कथा कर रहा हो ,हंसः और गरुड़ जैसे पक्षी भी राम कथा श्रवण करते हैं और भगवान का कथा सुनकर प्रमानंदित होते है.
उतर दिशि सुंदर गिरिनिला
तह रह काग भुसुण्डि सुशीला
इसलिए जो भी भगवान के शरणागति होता है उसी को यह सुख प्राप्त होता है. इसलिए जीवो को अपने धर्म पर अडिग विश्वास होना चाहिये.मौके पर डॉ निशीथ नीरव, कंचन तिवारी,राजा पांडेय,मंटु पांडेय, संतोष पांडेय, रिशु सिंह, गुडू लाल, सिंधु पांडेय ,राजेश पांडेय, राजा पांडेय, दया नन्द पांडेय, रमेश महतो ,श्यामनन्द पांडेय, सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला पुरुष उपस्थित थे.